The novel touches upon themes of gender discrimination, dowry, as well as struggles confronted by women in a male-dominated society. Premchand’s creating is characterised by its deep knowledge of human mother nature and also the socio-cultural backdrop of his time. By means of Nirmala, he sheds light-weight within the injustices confronted by Women of all ages and raises critical questions about morality, social conventions, and the need for societal reform.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
(एक) बड़े-बड़े शहरों के इक्के-गाड़ी वालों की ज़बान के कोड़ों से जिनकी पीठ छिल गई है, और कान पक गए हैं, उनसे हमारी प्रार्थना है कि अमृतसर के बंबूकार्ट वालों की बोली का मरहम लगावें। जब बड़े-बड़े शहरों की चौड़ी सड़कों पर घोड़े की पीठ चाबुक से धुनते हुए, इक्के वाले चंद्रधर शर्मा गुलेरी
यह बच्चों के लिए एक दक्षिण भारतीय लोक कथा है
दो चूहे – Two Mice Hindi A mouse went out for an journey and fulfills a peculiar mouse or so he called himself. The mouse then went on to point out and check out to produce this so referred to as mouse show him self if He's as mousy as he claimed to get. So on they went, …
मुस्लिम बुज़ुर्ग को ट्रेन में बीफ़ के शक में पीटे जाने का क्या है मामला, अब तक क्या कार्रवाई हुई
हिंदू धार्मिक समाज की जाति व्यवस्था पर यह कहानी एक गहरी मार्मिक आधुनिक टिप्पणी की तरह है, जो आज और अधिक प्रासंगिक हो उठी है.
एक सरोवर में विशाल नाम का एक कछुआ रहा करता था। उसके पास एक मजबूत कवच था। यह कवच शत्रुओं से बचाता था। कितनी बार उसकी जान कवच के कारण बची थी।
वह गाय इतनी प्यारी थी, मोती को देखकर बहुत खुश हो जाती ।
मोरल – अभ्यास किसी भी कार्य की सफलता की पहली सीढ़ी होती है।
माँ को अपने बेटे, साहूकार को अपने देनदार और किसान को अपने लहलहाते खेत देखकर जो आनंद here आता है, वही आनंद बाबा भारती को अपना घोड़ा देखकर आता था। भगवत-भजन से जो समय बचता, वह घोड़े को अर्पण हो जाता। वह घोड़ा बड़ा सुंदर था, बड़ा बलवान। उसके जोड़ का घोड़ा सारे सुदर्शन
मोती तीसरी कक्षा में पढ़ता है। वह स्कूल जाते समय अपने साथ दो रोटी लेकर जाता था। रास्ते में मंदिर के बाहर एक छोटी सी गाय रहती थी। वह दोनों रोटी उस गाय को खिलाया करता था।
एक दिन की बात है, दोनों खेल में लड़ते-झगड़ते दौड़ रहे थे।